माँ

जिंदगी में माँ मेरे लिए लक्ष्य निर्धारित किये, नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी, सिद्धांतवादी बनना सिखाया और अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा दी,आज मैं जो हूँ वो माँ की वजह से हूँ,यह ब्लॉग पूर्णतः माँ को समर्पित है

मंगलवार, 20 दिसंबर 2016

हाँ ऐसा पहली बार हुआ है!!!!!

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हर रोज सपने में कोई, मुस्कुराते हुए आने लगी है, हर पल उसकी प्यारी तस्वीर, आँखों के सामने छाने लगी है, हाँ ऐसा पहली बार हुआ है, जब भी उठाता ...
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मंगलवार, 13 दिसंबर 2016

माँ तेरी याद आती है

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अभी रात के साढ़े आठ बजे हैं , और मैं ये कविता लिखने बैठा हूँ, वैसे तो माँ को याद करने के लिए कोई खास दिन की ज़रूरत नहीं होती है, माँ हर पल दि...
बुधवार, 23 नवंबर 2016

मेरी कलम

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मेरी कलम चलती हरदम, न कभी बेवफाई करती, हर पल मेरा साथ निभाती, तन्हाई में अकसर, मुझसे बातें करती, खो जाता हूँ जब, शब्दों के अथक गहराई में, ...
रविवार, 6 नवंबर 2016

कैसे कहूं मेरा भारत महान!

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मार दी जाती गर्भ में, दुनिया देखने से पहले, एक नन्ही सी जान, कैसे कहूं तुम ही बताओ, मेरा भारत है महान, आज भी बेटों की चाह में, बली दी जाती...
मंगलवार, 25 अक्टूबर 2016

सभ्य समाज!!!???????

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मार दी जाती गर्भ में, एक फूल सी कोमल परी को, बेटे की अभिलाषा में, निर्दयी बाप की क्रूरता देखो, बना दिया है व्यापार, शादी के रस्म रिवाजों क...
शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2016

सफलता अब अपनी मुट्ठी में!!!!

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जीवन में आगे बढ़ने हेतु व्यक्ति निरंतर प्रयासरत रहता है, सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता,,,,,, इसे प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को निरंतर मे...
1 टिप्पणी:
रविवार, 16 अक्टूबर 2016

सफलता का राज!

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दोस्तों सफल होना कौन नहीं चाहता??,,सभी का सपना होता है कि वह अपने प्रोफेसन में सफल हो ,,लेकिन बहुत कम ही लोग होते है जो सफल होते है,,,,अधिक...
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मनोरथ सेन
क्या लिखूँ अपने बारे में,,मैं कोई खास शख्सियत नहीं,,,साधारण सी जिंदगी है,,,पर अपनी एक अलग पहचान बनाने की चाहत,,,,फिलहाल होस्टल में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहा हूँ,,लिखने का खास शौक है बस दिल के जज्बात रूपी फूलों को शब्दों की धागा में पिरोने की कोशिश करता हूँ, किसी के दिल को छू जाए ऐसा कोई भाव लिखने की चाहत,,,, अपने भावो को शब्दो का अमलीजामा पहनाता हूँ बस,,,
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